A. बिहार मे सामाजिक न्याय के मसीहा:
1- कर्पूरी ठाकुर
2- लालू यादव
3- कन्हैया कुमार
B. तेजस्वी आज जो कुछ भी हैं, लालू की वजह से, जबकि कन्हैया अपनी मेरिट की वजह से।
C. लालू के बाद बिहार का लालू कन्हैया बनेगा, तेजस्वी नहीं।
D. कन्हैया की ईमानदारी देखिए कि चुनाव प्रचार के लिए वैध तरीके से प्राप्त चंदे रू 70 लाख को चुनाव प्रचार पर ही खर्च कर रहा है।
E. कुछ लोग कन्हैया से जलन कर सकते हैं पर उसे रोक नहीं सकते. अपने मेरिट से वो बड़ा नेता बन चुके हैं.
F. अफवाह और गलतफहमी को दरकिनार कर बेगुसराय से कन्हैया का समर्थन करें।
G. क्या बिहार के अगला मुख्यमंत्री कन्हैया हो सकते हैं BMC(भूमिहार-मुस्लिम-कम्युनिस्ट) समीकरण से? तेजस्वी जम नहीं रहे आजकल।
H. जो इंसाफ की बात करेगा। हमारा साथ उसे रहेगा। वह चाहे यादव (लालू) हों या हों भूमिहार (कन्हैया)।
I. मुसलमान धर्म के आधार पर वोट नहीं करता। अगर करता तो सैयद शाहनवाज हुसैन और मुख्तार नकवी को भी वोट करता। बेगुसराय मे तनवीर हसन के होते हुए भी ज्यादातर मुसलमान कन्हैया को वोट करेंगे क्योंकि कन्हैया तनवीर के मुकाबले साम्प्रदायिकता के खिलाफ ज्यादा सशक्त और मुखर हैं।
J. जिनके लिए कन्हैया का स्वर्ण होना पाप है, क्या वे ऐसा इरादा कर सकते हैं कि किसी भी पार्टी के किसी भी स्वर्ण को वोट नहीं करेंगे। मेरी राय तो यह है कि उम्मीदवार चाहे किसी भी धर्म या किसी भी जाति से हो, अगर वह न्यायप्रिय पार्टी से हो, आपका और देश का हित चाहता हो, तो उसका समर्थन कीजिए।
K. कन्हैया कुमार तेजस्वी से ज्यादा काबिल हैं। लालू के सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाने के लिए कन्हैया को ही आगे करना चाहिए।
L. @kanhaiyakumar को अगला मुख्यमंत्री बनाने के लिए, CPI को अगला बिहार विधान सभा चुनाव की तैयारी शुरू कर देना चाहिए।