हर इंसान को चाहिये कि अपनी मौत से पहले अपनी मौत की तैयारी कर ले. मौत की तैयारी का मतलब यह नही कि अपनी क़ब्र खोदकर रखी जाये या दाह-संस्कार की सामग्री जुटा कर रखी जाये बल्कि मौत की तैयारी का मतलब यह है कि जिंदा रहते रहते पूर्ण रूप से अच्छाई पर चला जाये और बुराई से दूर रहे. मौत के बाद इंसान न तो एक अच्छाई कर सकता है और न ही बुराई. मौत से पहले पहले किये हुये कार्यों पर ही उसके भाग्य का फैसला होगा.
मित्रों, यह 60-70 साल की जिंदगी सिर्फ एक परीक्षा है. इस परीक्षा मे जो पास हो गया वही कामयाब है. इसी 60-70 साल की जिंदगी मे किये गये कार्य पर मरने के बाद की असंख्य सालों की जिंदगी का फैसला होगा. जिसने यहाँ की जिंदगी अपने ईश्वर के दिशा निर्देशों के अनुरूप गुजारी, वह असंख्य सालों वाली जिंदगी आराम और सुकून से गुजारेगा और जिसने यहाँ की जिंदगी मनमाने ढंग से बुराइयों की राह पर चलकर गुजारी उसके लिये वह जिंदगी बड़ा ही कष्टदायक होगा.
इसलिये मित्रों, हम हर हाल मे कोशिश करें कि हम हमेशा नेक काम करें और बुराई से दूर रहें. चोरी, डकैती, बेईमानी, भ्रष्टाचार, यौन शोषण, बेगुनाहों के साथ मार पिट, कत्ले आम आदि ईश्वर के नजदीक बड़े गुनाह हैं और ह्मे हर हाल मे इससे बचने की कोशिश करना चाहिये.
हर इंसान एक दूसरे से मित्रवत व्यवहार करे. ग़रीबों और कमजोरों की मदद करने वाले बनें. ताक़त हो तो अपनी ताक़त से बुराई को रोकने वाले बनें, इतनी ताक़त ना हो तो बातों से रोकने की कोशिश करें, यह भी न हो सके तो बुराई को बुराई समझने और मानने वाले बनें.
हमारा ईश्वर हमसे क्या चाहता है, यह जानने वाले बनें और फिर ईश्वर की इच्छाओं पर चलने वाले बनें. दोनो संसार की कामयाबी का यही मूल मंत्र है.
Tags and Queries:
नेक बातें,
दीन इस्लाम की बातें,
दीन इस्लाम की बातें हिन्दी,
दीन की बातें,
दीन इस्लाम,
deen ki baaten quotes,
nek baaten in hindi,
deen ki baaten in hindi,
md khurshid,
md khurshid alam,