हराम की कमाई पर जकात का हिसाब मत कीजिएगा। अव्वल तो हराम की कमाई करना ही नहीं है। अगर जाने- अनजाने मे हराम की कमाई कर भी लिए हैं तो इसका पूरा का पूरा हिस्सा यानी 100 फीसदी जरूरतमंद के बीच बिना सवाब की नियत से बांट दीजिए।
नोट: मैं आलिम नहीं हूँ। नजदीक के आलिम से इसकी तस्दीक कर सकते हैं।
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Aap Aleem nahi hai to gyani pandit hai kya,
ReplyDeletepahle to estarha ki post aapko dalna hinahi tha.
Adfg ki zarurat hai
ReplyDeleteAdfg ki zarurat hai
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