यह तो सर्वविदित है कि हराम का विपरीतार्थक शब्द हलाल है. इसी ढंग से हरामजादे का विपरीतार्थक शब्द हलालजादे होगा. हरामजादे का विपरीतार्थक शब्द के लिये रामजादे शब्द का प्रयोग न बिल्कुल अनुचित है बल्कि हास्यास्पद भी है. हलाल और हराम शब्द हिन्दी के वैध और अवैध शब्द के लिये प्रयोग होते हैं जबकि राम हिन्दुओं के देवता हैं. इसलिये राम शब्द का प्रयोग सावधानी और सम्मान के साथ लिया जाना चाहिये. हलाल और हराम के बीच मे राम शब्द को घसीटना उनकी तौहीन है.
हरामजादे का विपरीतार्थक शब्द के लिये रामजादे शब्द का प्रयोग करनेवाली साध्वी की खिंचाई तो हुई लेकिन खिंचाई का कारण सिर्फ और सिर्फ हरामजादे शब्द का प्रयोग था. बेहतर तो यह होता कि उनकी ज्यादा खिंचाई पवित्र शब्द राम को विवाद मे घसीटने को लेकर होता.
हिन्दी मे राम-रहीम शब्द के प्रयोग का प्रचलन आया है. अर्थ मे रहीम के माने 'दयालु' और ईश्वर होता है. लेकिन प्रयोग मे राम हिन्दू के लिये तो रहीम मुस्लिम के लिये होता आया है. लेकिन साध्वी ने रामजादे के विपरीत मे रहीमजादे शब्द का प्रयोग नही किया तो उसकी दो वजहें हो सकती हैं. पहला तो यह कि रहीमजादे शब्द किसी के लिये गाली नही है. दूसरी वजह यह है कि साध्वी का टारगेट मुसलमान के साथ ही भाजपा और संघ विचारधारा के विरोधी हिन्दू भी थे चाहे वह कॉंग्रेसी हो, कम्यूनिस्ट हो, सपा वाले हों राजद वाले हों या 'आप' वाले.
अधिकांश भारतीय मुसलमानों के पूर्वज हिन्दू थे, यह कहना तो जायज़ है लेकिन भारतीय मुसलमानों सहित सभी भारतीय रामजादे या राम की सन्तान हैं, कहना सर्वथा अनुचित है. भारत मे राम के वक़्त ही राम के परिवार मे ही लक्षमन, भरत, शत्रुघ्न भी थे. राम की पूरी सेना थी. राम क्षत्रिय परिवार के थे. उस वक्त ब्राह्मण, वैश्य और शूद्र परिवार भी थे. सबकी संतानें रही होगीं. उस वक्त अंतरजातीय विवाह का प्रचलन भी नही था. आज भी भारत मे ऐसे हिन्दू परिवार मौज्द हैं जो अपना पूर्वज भैंसासुर, वाल्मीकि, कृष्ण और रविदास को बताते हैं और उनकी जयंती भी मनाते हैं. इसलिये सभी भारतीयों को रामजादे या राम की सन्तान कहकर पुकारना भी गलत है.
खैर, साध्वी अपने टारगेट को गाली देने मे कामयाब होने के साथ सजा से बचने मे भी कामयाब हुई है. अगर कोई नाकामयाब हुई है तो वह है भारत की जनता. रामजादे, हरामजादे, धर्मांतरण के मुद्दे ने जनता के असली मुद्दे काला धन, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी आदि को गौण कर दिया है जिसके लिये जनता ने सत्ता परिवर्तन किया था.
No comments:
Post a Comment