अक्सर मैं भाजपा और RSS समर्थक द्वारा सोनिया गाँधी की निन्दा करते सुना हूँ और पढ़ा हूँ. लेकिन अगर गौर से और निष्पक्ष भाव से सोनिया गाँधी के बारे मे विचार किया जाये तो उनकी क़ुर्बानियाँ ज्यादा दिखती हैं. सोनिया गाँधी की क़ुर्बानी के कुछ नमूने आप सब के सामने रखना चाहता हूँ जिससे उनके विरोधी भी सोंचने पर मजबूर हो जाएं.
1. भारत के लिये उन्होने अपने देश इटली की क़ुर्बानी कर दी. जीना मरना सब भारत के नाम कर दिया. इटली दौरा का समाचार भी नही मिलता. हम मे से कितने हैं जो अपनी मातृभूमि को दूसरे देश के लिये भूल सकते हैं. यह क़ुर्बानी उनकी महानता को दर्शाती है.
2. भारत के लिये अपने धर्म ईसाई की भी क़ुर्बानी दी और हिन्दू धर्म मे शामिल हो गयीं. अक्सर दर्शन के लिये मंदिर जाती रहती हैं.
3. अपने पति की मृत्यु के बाद भी संयम से काम लिया. भारत को नही छोड़ा और एक भारतीय नारी की तरह पतिव्रता बनी रहीं और दूसरी शादी से परहेज किया.
4. प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलते हुये भी दूसरे को प्रधानमंत्री बनाकर सोनिया गाँधी ने अद्भुत मिसाल पेश की. ऐसी कुर्बानी विश्व इतिहास मे देखने को नही मिलती.
5. सोनिया गाँधी ने सत्ता के लिये कभी नीतियों से समझौता नही किया बल्कि लगभग समान नीतियों वाली पार्टी से ही समझौता किया.
उम्मीद है कि सोनिया गाँधी की क़ुर्बानी के इन नमूनों से उनके विरोधी भी अपने विचार बदलने पर मजबूर होंगें.
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