मैं मुलायम सिंह यादव को आज़मगढ़ और मैनपुरी दोनो सीट से हारना देखना चाहता हूँ. आप पूछेंगे, क्यों, तो मेरे यह कारण है:
1. दो सीट से खड़ा होने को मैं गलत मानता हूँ. धन, जन और समय तीनों की बर्बादी होती है. दोनो सीट से जितने पर एक सीट खाली करना, फिर से चुनाव कराना, सभी को परेशानी देता है.
2. मुज़फ़्फरनगर दंगों को सही ढंग से हॅंडल नही करने की सजा इन्हे मिलना जरूरी है ताकि भविष्य मे सम्हल कर काम करें.
3. यू. पी. मे इनकी सरकार बनते ही दंगे और गुंडई दोनों अचानक बढ गये.
4. ये जातिवाद हद से ज्यादा करते हैं.
5. परिवारवाद का इससे बड़ा उदाहरण किसी भी लोकतांत्रिक देश मे नही मिलता.
Mulayam Singh Yadav should loose both seats
I want to see Mulayam Singh Yadav losing both seats Azamgarh and Mainpuri . You can ask me, why, this is so me :
1. I consider wrong to stand from two seats. Money , labors and time, all waste. After winning both seats, one has to vacate 1 seat , re- elections , all that trouble .
2 . He should be punished for not handling in proper way the Muzaffarnagar riots, to get him to work cautiously in the future .
3 . After making government in U. P., rioting and vandalizing both suddenly have increased significantly .
4 . These are overly casteist .
5 . The greatest example of dynastic, we do not see in any democratic country .
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